रांची: रांची विश्वविद्यालय के मुंडारी विभाग में आज एक विशेष और भावपूर्ण विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. मनय मुंडा को उनके दीर्घकालिक शैक्षणिक योगदान, उत्कृष्ट नेतृत्व और शोध कार्यों के लिए प्रोत्साहन को याद किया गया। । समारोह में वक्ताओं ने प्रो. मुंडा की शैक्षणिक यात्रा, उनकी शोध दृष्टि और विभाग को दी गई नई दिशा का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि प्रो. मुंडा न केवल एक कुशल शिक्षक और शोधकर्ता रहे हैं, बल्कि उन्होंने विद्यार्थियों और शोधार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ समाज के प्रति उत्तरदायित्व निभाने की प्रेरणा भी दी। टीआरएल के पूर्व समन्वयक डॉ हरि उरांव ने कहा कि प्रो मुंडा का सरल और मिलनसार स्वभाव उन्हें विशेष बनाता है। वे हर काम को बारीकी से समझते और समझाते थे। उनके साथ बिताए पल हमेशा यादगार रहेंगे।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से भरा भावनात्मक माहौल बना
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों और शोधार्थियों ने पारंपरिक गीत, नृत्य और विदाई गीत प्रस्तुत कर अपने गुरु के प्रति सम्मान और भावनाएँ व्यक्त कीं। इन प्रस्तुतियों ने पूरे समारोह को भावनात्मक और सांस्कृतिक रंगों से भर दिया। शोधार्थियों ने कहा कि प्रो. मुंडा का मार्गदर्शन उनके लिए जीवनभर प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
अपने आशीर्वचन में प्रो. मनय मुंडा ने विद्यार्थियों को सत्य, परिश्रम और अनुशासन को जीवन का मूलमंत्र बनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, “शिक्षा केवल डिग्री पाने का साधन नहीं है, बल्कि यह समाज को बेहतर दिशा देने और नई पीढ़ी को जागरूक करने का माध्यम है।” समारोह का समापन भावनात्मक और उत्साहपूर्ण समारोह की गरिमा को बढ़ाने के लिए मुंडारी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. नलय रॉय, डॉ. वीरेंद्र कुमार सोए, डॉ. किशोर सुरीन, डॉ. अजीत मुंडा, करम सिंह मुंडा, डॉ. बंदे खलखो, शकुंतला बेसरा, महावीर मुंडा और पार्वती होरो सहित अनेक विद्वान और शिक्षक उपस्थित रहे।इसके अलावा शोधार्थी सेरोफिना हेमरोम, सरोज सोयमुरूम, बिनाधर सान्डिल, रूपम आईन्द, सुधा मनीष नाग, अनिता मिंजूर, दुतामी सुरिन, तुलसी हरि मुण्डा, सोमा महतो, लेखन प्रकाश मुण्डा, सत्यनारायण मुण्डा, सलोनी मुंडू, लेबयान मुंडू, विराजमान, बैजू आदि साथ विभाग के विद्यार्थी भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। सेरोफिना ने मंच संचालन एवं रचना होरो ने धन्यवाद किया। जहाँ एक ओर विभागाध्यक्ष के विदाई का क्षण सभी की आँखों को नम कर गया, वहीं दूसरी ओर उनके प्रेरक विचारों ने सभी को नई ऊर्जा और संकल्प के साथ आगे बढ़ने का संदेश दिया।